उत्तर प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया को और सरल कर दिया गया है। यदि आप एक किसान हैं और अपनी गेहूं की फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बेचना चाहते हैं, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए है। इस लेख में हम आपको गेहूं खरीद ऑनलाइन पंजीकरण (Gehu Kharid Panjikaran Online Registration) की पूरी प्रक्रिया, जरूरी दस्तावेज, केंद्रों की संख्या, और 2025 के लिए निर्धारित MSP की जानकारी देंगे।
साथ ही, gehu kharid registration up 2025-26 में Registration कैसे करना है, इसकी पूरी जानकारी देंगे। उत्तर प्रदेश में हर साल लाखों किसान अपनी गेहूं की फसल को सरकारी समर्थन मूल्य (MSP) पर बेचते हैं। 2025 में भी यह प्रक्रिया मार्च से शुरू हो गयी है, और इसके लिए गेहूं खरीद पंजीकरण (Gehu Kharid Panjikaran) पहले करना अनिवार्य है। यह पंजीकरण न केवल आपको सरकारी केंद्रों पर फसल बेचने की अनुमति देता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि आपको अपनी मेहनत का सही दाम मिले सके।
इसलिए आप अभी से अपना पंजीकरण करें, क्योंकि जब फसल पकने और कटने का समय आएगा, तब तक तैयारी पूरी होना जरूरी है। यह लेख आपके लिए एक विस्तृत गाइड है, जिसमें गेहूं खरीद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (Gehu Kharid Panjikaran Online) की प्रक्रिया, जरूरी कागजात, केंद्रों की जानकारी, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी यहाँ मिलेगी.

गेहूं खरीद प्रक्रिया क्या है और यह क्यों जरूरी है?
उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को उनकी गेहूं की फसल उचित मूल्य पर बेचने के लिए ई-क्रय प्रणाली शुरू की है। इस प्रणाली के तहत, किसानों को eproc.up.gov.in या fcs.up.gov.in पोर्टल पर पंजीकरण करना होता है। पंजीकरण के बाद, किसान अपनी फसल को सरकारी खरीद केंद्रों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बेच सकते हैं। 2025 के लिए MSP 2,425 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, साथ ही उतराई, छनाई, और सफाई के लिए 20 रुपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त दिए जा रहे हैं।
नया अपडेट: 100 क्विंटल से अधिक गेहूं बेचने पर सत्यापन से छूट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर खाद्य एवं रसद विभाग ने गेहूं बिक्री की प्रक्रिया को और सरल किया है। अब 100 क्विंटल से अधिक गेहूं बेचने वाले किसानों को सत्यापन से छूट दी गई है। किसान अपने अनुमानित उत्पादन के तीन गुणा तक गेहूं बेच सकते हैं, बिना किसी अतिरिक्त सत्यापन के। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सत्यापन या अभिलेखों में त्रुटि के कारण किसानों को असुविधा न हो।
इसके अलावा, शनिवार तक 3,77,678 किसानों ने पंजीकरण कराया है, और 39,006 किसानों ने 2.06 लाख टन गेहूं की बिक्री की है। यह दर्शाता है कि सरकार की यह योजना किसानों के बीच लोकप्रिय हो रही है।
गेहूं खरीद 2025: प्रक्रिया का समय और तैयारी
हर साल उत्तर प्रदेश में गेहूं खरीद की प्रक्रिया मार्च से शुरू होती है और जून तक चलती है। इस बार यह प्रक्रिया 1 मार्च 2025 से शुरू हो गयी है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आपको उस समय का इंतजार करना चाहिए। जब गेहूं बेचने का समय आये क्योंकि फिर साईट पर लोड होने से पंजीकरण सफलता पूर्वक नही होता पाता है, इसलिए अभी से समय पर रजिस्ट्रेशन कराने से आप कई परेशानियों से बच सकते हैं।
जब गेहूं की फसल तैयार होती है, तब किसानों के पास समय कम होता है। इसलिए, सरकार ने पहले से ही up gehu kharid registration 2025-26 की सुविधा शुरू कर दी है। यह प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से उपलब्ध है, जिससे हर किसान अपनी सुविधा के अनुसार इसका लाभ उठा सके। अगर आप अभी से तैयारी शुरू करते हैं, तो फसल कटाई के बाद आपको भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी।
MSP क्या है और यह क्यों जरूरी है?
न्यूनतम समर्थन मूल्य वह कीमत है जो सरकार किसानों को उनकी फसल के लिए गारंटी देती है। 2025-26 के रबी विपणन वर्ष के लिए गेहूं का MSP 2450 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। यह पिछले साल के 2275 रुपये से 175 रुपये प्रति क्विंटल ज्यादा है। इसका मतलब है कि इस बार किसानों को अपनी फसल के लिए बेहतर दाम मिलेगा।
लेकिन इस लाभ को पाने के लिए sarkari gehu kharid registration करना जरूरी है। बिना पंजीकरण के आप सरकारी केंद्रों पर गेहूं नहीं बेच सकते। यह प्रक्रिया इसलिए बनाई गई है ताकि बिचौलियों से बचा जा सके और किसानों को सीधा लाभ मिले।
MSP का भुगतान कैसे होता है?
MSP का भुगतान सीधे आपके बैंक खाते में किया जाता है, जो आधार से लिंक होना चाहिए। पंजीकरण के बाद आपको एक टोकन मिलता है, जिसमें आपकी फसल बेचने की तारीख और केंद्र की जानकारी होती है। इसके आधार पर आप तय समय पर केंद्र पर जाकर गेहूं बेच सकते हैं, और 72 घंटों के अंदर पैसा आपके खाते में आ जाता है।
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उत्तर प्रदेश में हर साल गेहूं खरीद के लिए सैकड़ों केंद्र बनाए जाते हैं। हर जिले में अपने पाने केंद्र होते हैं, उदहारण के लिए बदायूँ जिले में इस बार 113 क्रय केंद्र स्थापित करने की योजना है, जो पिछले साल के 136 से कम हैं। यह कमी कुछ एजेंसियों के भाग न लेने के कारण आई है। फिर भी, ये केंद्र पूरे राज्य में फैले होंगे ताकि हर क्षेत्र के किसानों को सुविधा मिले।
ये केंद्र अलग-अलग एजेंसियों द्वारा संचालित होते हैं, जैसे:
सबसे ज्यादा केंद्र दातागंज तहसील में होंगे, जबकि सबसे कम सदर तहसील में। इन केंद्रों पर नमी मापक यंत्र, तराजू, और बारदाना जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। साथ ही, यहाँ पंजीकरण की सुविधा भी मिलेगी, हालाँकि ऑनलाइन पंजीकरण को प्राथमिकता दी जाती है।
पंजीकरण के लिए जरूरी दस्तावेज
गेहूं खरीद रजिस्ट्रेशन उत्तर प्रदेश के लिए आपको कुछ बुनियादी दस्तावेजों की जरूरत होगी। ये दस्तावेज न केवल आपकी पहचान सत्यापित करते हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि भुगतान सही व्यक्ति तक पहुँचे। यहाँ सूची दी गई है:
आधार कार्ड: आपकी पहचान के लिए जरूरी।
खतौनी: जमीन का मालिकाना हक साबित करने के लिए।
मोबाइल नंबर: OTP सत्यापन के लिए, जो पंजीकरण के दौरान आएगा।
बैंक पासबुक: आधार से लिंक खाते की जानकारी के लिए।
अगर आपका बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है, तो पहले इसे लिंक करवाएँ। बिना इसके भुगतान में देरी हो सकती है। इसके अलावा, अगर आप बटाईदार किसान हैं, तो आपको अतिरिक्त दस्तावेज जैसे बटाई समझौता भी दिखाना पड़ सकता है।
गेहूं खरीद पंजीकरण ऑनलाइन कैसे करें?
ऑनलाइन प्रक्रिया को समझें
Gehu Kharid Panjikaran Online करना अब पहले से कहीं ज्यादा आसान है। उत्तर प्रदेश सरकार ने eproc.up.gov.in पोर्टल शुरू किया है, जहाँ आप घर बैठे पंजीकरण कर सकते हैं। यहाँ स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया दी गई है:
जानकारी भरें: अपना नाम, आधार नंबर, मोबाइल नंबर, बैंक खाता विवरण, और खतौनी की डिटेल्स दर्ज करें।
OTP सत्यापन: आपके मोबाइल पर एक OTP आएगा, इसे डालकर सत्यापन करें।
फॉर्म जमा करें: सभी जानकारी चेक करने के बाद "Submit" बटन दबाएँ।
टोकन डउनलोड करें: पंजीकरण पूरा होने पर आपको एक टोकन मिलेगा, इसे डाउनलोड कर लें या प्रिंट कर रखें।
गेहूं खरीद हेतु किसान पंजीकरण (Gehu Kharid Hetu Kisan Panjikaran) अब पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए दो सुविधाजनक तरीके उपलब्ध कराए हैं - वेबसाइट और मोबाइल ऐप। चाहे आप ऑनलाइन पोर्टल eproc.up.gov.in registration का इस्तेमाल करें.
या यूपी किसान मित्र ऐप डाउनलोड करें, दोनों ही तरीकों से आप घर बैठे kisan gehu kharid registration up कर सकते हैं। आइए, दोनों प्रक्रियाओं को विस्तार से समझते हैं।
मोबाइल ऐप से गेहूं खरीद पंजीकरण कैसे करें
अगर आपके पास स्मार्टफोन है, तो गेहूं खरीद रजिस्ट्रेशन UP के लिए मोबाइल ऐप सबसे आसान तरीका है। यूपी किसान मित्र ऐप के जरिए आप न केवल पंजीकरण कर सकते हैं, बल्कि अपनी पंजीकरण स्थिति (Dhan Kharid Status) भी चेक कर सकते हैं। यहाँ प्रक्रिया स्टेप-बाय-स्टेप दी गई है:
ऐप डाउनलोड करें:
ऐप में लॉगिन करें:
OTP सत्यापन:
विवरण भरें:
व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, पता, और बैंक खाता डिटेल्स डालें।
खरीद हेतु नामिनी प्रविष्टि और भूमि अभिलेख प्रविष्टि के लिए जरूरी डिटेल्स भरें।
पंजीकरण लॉक और प्रिंट:
इसके बाद आपका gehu kharid panjikaran online पूरा हो जाएगा, और आपको एक टोकन नंबर मिलेगा जिसे संभालकर रखें।
वेबसाइट से गेहूं खरीद पंजीकरण कैसे करें
अगर आप कंप्यूटर या मोबाइल ब्राउज़र का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं, तो
https://fcs.up.gov.in/ और eproc.up.gov.in के जरिए पंजीकरण कर सकते हैं। यहाँ विस्तृत प्रक्रिया है:
वेबसाइट पर जाएँ:
रिडायरेक्ट:
आधार नंबर दर्ज करें:
यहाँ आपको सबसे पहले अपना आधार नंबर डालना होगा।
स्क्रीन पर दिख रहे कैप्चा कोड को ध्यान से भरें।
इसके नीचे एक सहमति विकल्प होगा: "मैं अपनी पहचान प्रमाणित करने हेतु उ०प्र० खाद्य एवं रसद विभाग को अपनी आधार संख्या का उपयोग करने की सहमति प्रदान करता/करती हूँ।"
इस पर टिक करें और "आगे बढ़ें" पर क्लिक करें।
OTP सत्यापन:
विवरण भरें:
किसान का व्यक्तिगत विवरण प्रविष्टि: इसमें आपका नाम, पता, और संपर्क जानकारी डालें।
खरीद हेतु नामिनी प्रविष्टि: नामिनी का नाम और आधार नंबर दर्ज करें।
भूमि अभिलेख प्रविष्टि: खतौनी या जमीन के दस्तावेजों की जानकारी भरें।
पंजीकरण पूरा करें:
जरूरी टिप्स
सही जानकारी भरें: गलत जानकारी से पंजीकरण रद्द हो सकता है।
टोकन संभालें: यह केंद्र पर फसल बेचने के लिए जरूरी होगा।
इंटरनेट कनेक्शन: सुनिश्चित करें कि आपकी नेटवर्क स्पीड अच्छी हो।
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गेहूं खरीद प्रक्रिया में सरकार की तैयारी
उत्तर प्रदेश सरकार हर साल गेहूं खरीद के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी करती है। इस बार भी कई कदम उठाए गए हैं:
प्रभारी की तैनाती: सभी केंद्रों पर जिम्मेदार अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
बारदाना उपलब्धता: गेहूं रखने के लिए पर्याप्त बोरे पहले से भेजे जा चुके हैं।
सुविधाएँ: नमी मापने की मशीनें, तराजू, और अन्य जरूरी उपकरण तैयार हैं।
सरकार का लक्ष्य है कि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। इसके लिए टोल-फ्री नंबर 1800-1800-150 भी जारी किया गया है, जहाँ आप अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
सरकारी गेहूं खरीद केंद्र का पता कैसे करें?
उत्तर प्रदेश में, यदि आप अपनी गेहूं की फसल को सरकारी समर्थन मूल्य (MSP) पर बेचना चाहते हैं, तो आपको अपने निकटतम सरकारी गेहूं खरीद केंद्र (Gehu Kharid Kendra UP) का पता लगाना होगा। सौभाग्य से, उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए ऑनलाइन सुविधा प्रदान की है।
वेबसाइट से जानकारी प्राप्त करने की प्रक्रिया:
- वेबसाइट पर जाएं: अपने ब्राउज़र में eproc.up.gov.in पर जाएं।
- फसल वर्ष चुनें: 2025-26 का चयन करें।
- फसल का प्रकार चुनें: गेहूं (Gehun) चुनें।
- जिला और एजेंसी चुनें: अपना जिला और एजेंसी चुनें।
- सूची प्राप्त करें: "सबमिट" पर क्लिक करें।
खरीद केंद्र की जानकारी:
- तहसील और क्षेत्र
- ब्लॉक/टाउन
- केंद्र प्रभारी का नाम और मोबाइल नंबर
- केंद्र का पता
अतिरिक्त जानकारी:
- आप eproc.up.gov.in पर ऑनलाइन पंजीकरण भी कर सकते हैं।
- गेहूं खरीद के लिए किसानों को खाद्य व रसद विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in पर विभाग के मोबाइल एप UP KISHAN MITRA पर पंजीकरण-नवीनीकरण कराना अनिवार्य है।
गेहूं खरीद से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
गेहूं खरीद कब से शुरू होगी?उत्तर प्रदेश में यह प्रक्रिया मार्च से शुरू होती है और जून तक चलती है। सटीक तारीख की घोषणा सरकार द्वारा जल्द की जाएगी।
क्या बिना पंजीकरण के फसल बेच सकते हैं?
नहीं, kisan gehu kharid registration up के बिना सरकारी केंद्रों पर बिक्री संभव नहीं है।
टोकन खो जाए तो क्या करें?
अगर टोकन खो जाता है, तो eproc.up.gov.in पर दोबारा लॉगिन करके इसे फिर से डाउनलोड कर सकते हैं।
पिछले साल और इस साल की तुलना
पिछले साल (2023-24) में MSP 2275 रुपये था और 136 केंद्र थे। इस बार MSP बढ़कर 2450 रुपये हो गया है, लेकिन केंद्रों की संख्या 113 रह गई है। यह बदलाव कुछ एजेंसियों के बाहर होने की वजह से हुआ है। फिर भी, सरकार का दावा है कि यह संख्या पर्याप्त है।
किसानों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
जल्दी पंजीकरण करें: अभी से up gehu kharid registration 2025-26 शुरू करें ताकि बाद में परेशानी न हो।
फसल की गुणवत्ता: गेहूं को साफ और सूखा रखें, ताकि केंद्र पर कोई दिक्कत न हो।
सूचना अपडेट रखें: मोबाइल नंबर और बैंक खाता सक्रिय रखें।
गेहूं खरीद 2025 के लिए महत्वपूर्ण तारीखें
पंजीकरण शुरू: 1 मार्च 2025
खरीद अवधि: 15 मार्च 2025 से 15 जून 2025
टोकन बुकिंग: पंजीकरण के बाद कभी भी
निष्कर्ष: अभी से तैयारी शुरू करें
गेहूं खरीद पंजीकरण 2025 आपके लिए एक सुनहरा अवसर है। fcs up gehu kharid registration के जरिए आप अपनी फसल को सही दाम पर बेच सकते हैं। यह गाइड आपकी पूरी मदद करेगी। अभी से gehu kharid registration up शुरू करें और 2450 रुपये प्रति क्विंटल का लाभ सुनिश्चित करें। इसे अपने किसान दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि वे भी तैयार रहें। गेहूं खरीद रजिस्ट्रेशन 2025 के लिए अभी से तैयारी शुरू करना समझदारी है।
eproc.up.gov.in registration के जरिए आप आसानी से प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं और MSP का लाभ उठा सकते हैं। यह गाइड आपको हर कदम पर मदद करेगी। इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें ताकि वे भी gehu kharid registration up 2025-26 का फायदा उठा सकें।
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