आज के डिजिटल युग में सब कुछ ऑनलाइन हो गया है, और अब जीवन प्रमाण पत्र बनाना भी बेहद आसान हो गया है। अगर आप जानना चाहते हैं Jeevan Praman Patra Kaise Banaye और जीवन प्रमाण पत्र को मोबाइल से ही बनाना चाहते हैं, तो हमारे इस पोस्ट को पूरा पढ़ें। जीवन प्रमाण पत्र बनाने के लिए फिंगर प्रिंट डिवाइस आवश्यक है अगर फिंगर प्रिंटर स्कैनर नही है आपके पास तो आप मोबाइल से भी बना सकते हैं इस प्रक्रिया में आपके मोबाइल का कैमरा इस्तेमाल करते हुए अपनी फोटो खींचनी होगी, जो कि आपके जीवन प्रमाण पत्र के लिए आवश्यक है। एक बार जब आप सारी जानकारी सही से भर देते हैं, तो सबमिट बटन पर क्लिक करें। अब आपका जीवन प्रमाण पत्र तैयार हो जाएगा।
जीवन प्रमाण पत्र क्या है
डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र
अब जीवन प्रमाण पत्र को डिजिटल रूप में भी प्राप्त किया जा सकता है। इसे आधार-बेस्ड डिजिटल सर्विस के रूप में जाना जाता है, जिसमें बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन सिस्टम का उपयोग होता है। यह सुविधा 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी। भारत सरकार ने जीवन प्रमाण पत्र को ऑनलाइन उपलब्ध कराया है। पेंशनभोगी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर या जीवन प्रमाण केंद्रों में जाकर आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से अपना जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। इस सुविधा का लाभ राज्य और केंद्र दोनों सरकारों के पेंशनभोगी उठा सकते हैं, जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होती है।
जीवन प्रमाण पत्र कैसे बनाएं अवलोकन
पोस्ट का नाम | जीवन प्रमाण पत्र कैसे बनायें |
जीवन प्रमाण पत्र आवेदन कैसे करें: | ऑनलाइन/ ऑफलाइन |
आवश्यक दस्तावेज: | आधार संख्या बायोमेट्रिक डेटा |
शुल्क: | कोई शुल्क नहीं |
जीवन प्रमाण पत्र कब शुरू हुआ | वर्ष 2014 से |
जीवन प्रमाण पत्र किसने शुरू किया | केंद्र सरकार ने |
लाभार्थी | वरिष्ठ नागरिक पेंशनर |
उद्देश्य | पेंशनभोगियों की जीवितता का प्रमाण प्रदान करना। |
टोलफ्री नम्बर | 1800 111 555 |
जीवन प्रमाण पत्र की आधिकारिक वेबसाइट | https://jeevanpramaan.gov.in/ |
जीवन प्रमाण पत्र से क्या लाभ हैं
- जीवन प्रमाण पत्र यह सत्यापित करता है कि पेंशनभोगी जीवित हैं, जिससे उन्हें उनकी पेंशन समय पर और बिना किसी बाधा के मिलती रहती है।
- यह धोखेबाजों और गैर-अधिकृत व्यक्तियों को पेंशन प्राप्त करने से रोकता है, जिससे सिस्टम को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाता है।
- इस प्रक्रिया से पेंशनधारकों को लंबी कतारों में खड़े होने या बार-बार बैंक और सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने से बचाता है।
- यह डिजिटल रूप से सुरक्षित होता है और आसानी से एक बार प्रस्तुत किया जा सकता है, जो इसे व्यापक बनाता है।
- जीवन प्रमाण पत्र की जमा प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक होती है, जिससे पेंशनधारक अपनी पेंशन राशि समय पर प्राप्त कर सकते हैं।
- डिजिटल माध्यम से जीवन प्रमाण पत्र की सुरक्षा अधिक होती है, जिससे इसके गलत इस्तेमाल होने की संभावना कम होती है।
- यह प्रमाण पत्र देशभर में मान्य होता है, जिससे पेंशनधारकों को स्थान के आधार पर कोई समस्या नहीं होती।
- यह विशेष रूप से उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए लाभकारी है, जो शारीरिक रूप से चलने-फिरने में असमर्थ होते हैं या दूरदराज के क्षेत्रों में रहते हैं।
- इस प्रक्रिया से सरकार पेंशन खर्चों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है और डेटा प्रबंधन को सुधारती है, जो एक सुशासनिक सुधार का हिस्सा बनती है।
जीवन प्रमाण पत्र के लिए कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए
- आवेदक का PPO नंबर आवश्यक है
- पेंशनर को अपना आधार कार्ड भी लगाना होगा
- पेंशनर के बैंक खाते का विवरण (जिस खाते में पेंशन ली जाती है)
- पेंशनर की पेंशन वितरण एजेंसी का नाम
- मोबाइल नंबर
- बायोमेट्रिक डेटा: जीवन प्रमाण पत्र के लिए आपके बायोमेट्रिक डेटा (आमतौर पर उंगलियों के निशान और आँखों की स्कैन) की आवश्यकता होती है।
- पेंशनभोगी का फोटो: हालिया पासपोर्ट आकार का फोटो।