आज के प्रदूषणग्रस्त वातावरण को देखते हुए इलेक्ट्रिक वाहन अपनाना समय की मांग है। इलेक्ट्रिक वाहन न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं बल्कि ईंधन की बचत भी कराते हैं। भारत सरकार ने इसी उद्देश्य से इलेक्ट्रिक वाहन सब्सिडी योजना की शुरुआत की है। इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी उत्तर प्रदेश सरकार भी दे रही है इसके लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा (How to Apply for Electric Vehicle Subsidy in Up) आज के समय में इलेक्ट्रिक वाहन के बहुत से फायदे हैं, इनमे पर्यावरण और ऊर्जा संकट के मद्देनजर, इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का महत्व दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ईवी न केवल वायु प्रदूषण को कम करने में सहायक हैं, बल्कि पारंपरिक ईंधनों की अपेक्षा अधिक किफायती भी हैं।
इलेक्ट्रिक वाहन सब्सिडी योजना क्या है
किस वाहन पर कितनी सब्सिडी मिलती है
इलेक्ट्रिक वाहन सब्सिडी योजना के अंतर्गत, वाहन के प्रकार और उसकी बैटरी क्षमता के आधार पर सब्सिडी की राशि तय की जाती है। यह योजना प्राकृतिक संसाधनों की बचत के लिए एक प्रोत्साहन प्रदान करती है, जिससे वाहन खरीदना आसान और सस्ता हो जाता है। इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने पर भारत सरकार के साथ राज्य सरकारें भी सब्सिडी प्रदान करती हैं। (Eectric Vehicle Subsidy In India) इलेक्ट्रिक वाहन सब्सिडी को आप निम्नलिखित टेबल से समझ सकते हैं।विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रिक वाहनों पर मिलने वाली सब्सिडी की राशि अलग-अलग होती है।
यहाँ FAME-II योजना के तहत सब्सिडी की दरों का सारांश दिया गया है:
वाहन प्रकार सब्सिडी दर अधिकतम सब्सिडी 2 व्हीलर 15% फैक्ट्री लागत ₹ 5,000 3 व्हीलर 15% फैक्ट्री लागत ₹ 10,000 4 व्हीलर 15% फैक्ट्री लागत ₹ 25,000 इलेक्ट्रिक बसें 15% फैक्ट्री लागत ₹ 20 लाख
कुछ अतिरिक्त बिंदु:- राज्य सरकारें अपनी योजनाओं के तहत अतिरिक्त सब्सिडी भी प्रदान कर सकती हैं।
- सब्सिडी की राशि वाहन की एक्स-शोरूम कीमत और उसकी बैटरी क्षमता पर निर्भर करती है।
- मान लीजिए आप ₹ 30,000 की एक्स-शोरूम कीमत वाला इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदते हैं। तो, आपको FAME-II योजना के तहत ₹ 4,500 (15% x ₹ 30,000) की सब्सिडी मिलेगी।
विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रिक वाहनों पर मिलने वाली सब्सिडी की राशि अलग-अलग होती है।
यहाँ FAME-II योजना के तहत सब्सिडी की दरों का सारांश दिया गया है:
वाहन प्रकार | सब्सिडी दर | अधिकतम सब्सिडी |
---|---|---|
2 व्हीलर | 15% फैक्ट्री लागत | ₹ 5,000 |
3 व्हीलर | 15% फैक्ट्री लागत | ₹ 10,000 |
4 व्हीलर | 15% फैक्ट्री लागत | ₹ 25,000 |
इलेक्ट्रिक बसें | 15% फैक्ट्री लागत | ₹ 20 लाख |
- राज्य सरकारें अपनी योजनाओं के तहत अतिरिक्त सब्सिडी भी प्रदान कर सकती हैं।
- सब्सिडी की राशि वाहन की एक्स-शोरूम कीमत और उसकी बैटरी क्षमता पर निर्भर करती है।
- मान लीजिए आप ₹ 30,000 की एक्स-शोरूम कीमत वाला इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदते हैं। तो, आपको FAME-II योजना के तहत ₹ 4,500 (15% x ₹ 30,000) की सब्सिडी मिलेगी।
इलेक्ट्रिक वाहन सब्सिडी योजना का अवलोकन
योजना का नाम | इलेक्ट्रिक वाहन सब्सिडी योजना |
लाभ | इलेक्ट्रिक वाहन की खरीद पर सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं |
लाभार्थी | इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वाले नागरिक |
उद्देश्य | इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने और इनके उपयोग को बढ़ावा देने के लिए |
योजना की स्थति | सक्रिय |
आवेदन का तरीका | ऑनलाइन/ अथवा डीलर द्वारा |
अधिकारिक पोर्टल | इलेक्ट्रिक वाहन क्रय सब्सिडी पोर्टल |
इलेक्ट्रिक वाहन के फायदे:
- पर्यावरण संरक्षण: इलेक्ट्रिक वाहन पारंपरिक वाहनों की तुलना में कम प्रदूषण पैदा करते हैं, जिससे हवा और पानी की गुणवत्ता में सुधार होता है।
- स्वास्थ्य लाभ: इलेक्ट्रिक वाहन से होने वाले प्रदूषण में कमी से सांस लेने संबंधी बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा कम होता है।
- ऊर्जा सुरक्षा: इलेक्ट्रिक वाहन कम ऊर्जा-गहन होते हैं और उन्हें बिजली से चलाया जा सकता है, जो भारत को आयातित तेल पर अपनी निर्भरता कम करने में मदद करता है।
- आर्थिक लाभ: इलेक्ट्रिक वाहनसेक्टर में रोजगार के नए अवसर पैदा होते हैं और यह भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद करता है। और पेट्रोल, डीजल से न चलने के कारण यह सस्ते हैं।
How to Apply for Electric Vehicle Subsidy in Up
इस योजना के तहत, इलेक्ट्रिक वाहनों के खरीद पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी। यदि आप इस सब्सिडी के लाभार्थी हैं, तो आपको वेब पोर्टल upevsubsidy.in पर आवेदन करना होगा। आपको वहां उपलब्ध फॉर्म भरकर अपना आवेदन प्रस्तुत करना होगा।
आवेदन करने पर, आपको प्रारम्भिक (अर्ली बर्ड) प्रोत्साहन के रूप में क्रय सब्सिडी प्राप्त होगी। इस सब्सिडी को प्राप्त करने के लिए आपको उपयुक्त दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होगा, जिसके बाद आपके आवेदन की समीक्षा की जायेगी। आपके आवेदन की पुष्टि होने पर, सब्सिडी आपके बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाएगी।
ध्यान दें कि सब्सिडी की राशि वाहन के प्रकार और उसकी बैटरी क्षमता के आधार पर निर्धारित की जाती है। आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपका वाहन इस योजना के प्रावधानों को पूरा करता है या नही।इलेक्ट्रिक वाहन सब्सिडी योजना का लाभ उठाने के लिए एक निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होता है। सबसे पहले, आपको उस राज्य की सब्सिडी योजना के लिए आवेदन करना होगा जहां आप वाहन खरीद रहे हैं।
वाहन खरीदने के बाद, डीलर के माध्यम से सब्सिडी राशि के लिए आवेदन किया जाता है। सरकार द्वारा सत्यापन प्रक्रिया के सफल समापन के पश्चात सब्सिडी राशि सीधे आपके बैंक खाते में भेज दी जाती है।Electric Vehicle Subsidy Apply करने के लिए पात्रता
- लाभार्थी भारत का निवासी हो।
- 2 व्हीलर।
- 4 व्हीलर।
- गैर सरकारी ई-बस। (स्कूल बस, एम्बुलेंस आदि)
सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड की प्रति
- रद्द चेक या पासबुक की प्रति (बैंक खाते के विवरण के लिए)
- पैन कार्ड या जीएसटी संख्या की प्रति (यदि उपलब्ध हो)
- वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र (RC) की प्रति
- स्कैन की हुई फोटो और हस्ताक्षर
- सक्रिय मोबाइल नंबर
- हस्ताक्षर की प्रतिलिपि (जो वाहन पंजीकरण के समय प्रस्तुत की गई हो)
- वाहन की खरीद रसीद (14 अक्टूबर 2022 के बाद की होनी चाहिए)
How to Apply for Electric Vehicle Subsidy in Up रजिस्ट्रेशन कैसे करें
चरण 1: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
- सबसे पहले, आपको अधिकारिक वेबसाइट https://upevsubsidy.in/ पर जाना है।
चरण 2: ऑनलाइन आवेदन के लिए क्लिक करें
वेबसाइट के होमपेज पर, "Apply Online" बटन पर क्लिक करें।चरण 3: पंजीकरण विवरण भरें
- अपना वाहन पंजीकरण संख्या, वाहन के चेचिस नंबर के अंतिम 5 अंक और अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें। वाहन पंजीकरण संख्या दर्ज करें।
- वाहन के चेसिस नंबर के अंतिम 5 अंक दर्ज करें।
- मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- Send OTP पर क्लिक करें।
चरण 4: ओटीपी वेरीफाई करें
आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) आएगा। इसे दर्ज करके वेरीफाई करें।चरण 5: लॉगिन करें
- Applicant Login पर क्लिक करें।
- वाहन पंजीकरण संख्या दर्ज करें और Send OTP पर क्लिक करें।
- आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा, इसे दर्ज करें और OK पर क्लिक करें।
चरण 6: पासवर्ड सेट करें
चरण 7: पंजीकरण पूरा करें
अपने ईमेल पते पर भेजे गए लिंक पर क्लिक करके अपना पंजीकरण पूरा करें।चरण 8: सब्सिडी आवेदन पत्र भरें
सफलतापूर्वक लॉगिन करने के बाद, "Application Form" पर क्लिक करें।आवेदन पत्र में चार चरण हैं:
- व्यक्तिगत विवरण: अपना नाम, पता, संपर्क जानकारी, और आधार संख्या दर्ज करें।
- वाहन विवरण: वाहन का प्रकार, मॉडल, निर्माता, और बैटरी क्षमता दर्ज करें।
- बैंक विवरण: अपना बैंक खाता संख्या, IFSC कोड, और खाताधारक का नाम दर्ज करें।
- आवेदन समीक्षा: सभी दर्ज जानकारी की समीक्षा करें और यदि आवश्यक हो तो संशोधन करें।
चरण 9: आवेदन सबमिट करें
सभी विवरणों की समीक्षा करने के बाद, "Final Submit" बटन पर क्लिक करें।इलेक्ट्रिक वाहन सब्सिडी कब मिलेगी:
Electric Vehicle Subsidy Status Check/ सब्सिडी कैसे चेक करें
यदि आपने उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिक वाहन सब्सिडी योजना के तहत आवेदन किया है और अब आप अपने आवेदन की स्थिति चेक करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित चरणों का पालन करें:- सबसे पहले, आपको EV Subsidy Portal | Transport Department - Uttar Pradesh (Government of Uttar Pradesh) (https://upevsubsidy.in/login) वेबसाइट पर जाना होगा।
- वेबसाइट के डैशबोर्ड पर, मेनू बार सेक्शन में "Application Status" लिंक पर क्लिक करें।
- अपने आवेदन की स्थिति की जांच करने के लिए, आपको अपनी वाहन संख्या और चेचिस नंबर दर्ज करना होगा।
- एक बार जब आप अपनी वाहन जानकारी दर्ज कर लें, तो "GET APPLICATION STATUS" बटन पर क्लिक करें।
- आवेदन संख्या: आपके आवेदन की एक विशिष्ट संख्या।
- आवेदन की तारीख: आपने जिस तारीख को आवेदन किया था।
- आवेदक का नाम: आपका नाम।
- वाहन प्रकार: आपके द्वारा आवेदन किया गया वाहन प्रकार।
- वाहन मॉडल: आपके द्वारा आवेदन किया गया वाहन मॉडल।
- वाहन संख्या: आपके वाहन की पंजीकरण संख्या।
- चेचिस नंबर: आपके वाहन का चेचिस नंबर।
- आवेदन की स्थिति: आपके आवेदन की वर्तमान स्थिति (जैसे, "Submitted", "Under Review", "Approved", "Disbursed", आदि)।
इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने से पहले ध्यान देने योग्य बातें
1. अपनी आवश्यकताओं के अनुसार उपयुक्त इलेक्ट्रिक वाहन का चयन करें:
- उपयोग का उद्देश्य: क्या आप वाहन का उपयोग दैनिक आवागमन के लिए करेंगे, या यह सिर्फ सप्ताहांत की सवारी के लिए होगा?
- बैठने की क्षमता: आपके परिवार के सदस्यों या दोस्तों के साथ यात्रा के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए।
- बजट: आपके वित्तीय योजना में इलेक्ट्रिक वाहन की कीमत, सब्सिडी, और लोन की संभावना शामिल होनी चाहिए।
2. चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता पर विचार करना:
- चार्जिंग की सुविधा: आपके घर के पास या आपके कार्यस्थल के पास चार्जिंग स्टेशन होने से आपको वाहन चार्ज करने में आसानी होगी।
- चार्जिंग समय: विभिन्न चार्जिंग स्टेशन पर चार्जिंग का समय अलग-अलग हो सकता है। तेज चार्जिंग स्टेशन आपकी यात्रा को अधिक सुगम बना सकते हैं।
- चार्जिंग की लागत: चार्जिंग स्टेशन पर चार्जिंग की लागत भी ध्यान में रखें। कुछ स्थानों पर यह अधिक हो सकती है।
3. रेंज, बैटरी लाइफ और रखरखाव लागत:
- रेंज: इलेक्ट्रिक वाहन की रेंज (एक बार चार्ज करने पर कितनी दूरी तय की जा सकती है) आपके दैनिक यात्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होनी चाहिए।
- बैटरी लाइफ: बैटरी की उम्र और उसके प्रदर्शन की जांच करें। अच्छी बैटरी लाइफ वाहन के कुल प्रदर्शन और उसकी लंबी उम्र को प्रभावित करती है।
- रखरखाव लागत: इलेक्ट्रिक वाहनों की रखरखाव लागत आमतौर पर पारंपरिक वाहनों से कम होती है, लेकिन फिर भी बैटरी रिप्लेसमेंट और सर्विसिंग की लागत पर विचार करें।
इलेक्ट्रिक वाहनों से जुडी अफवाहें
इलेक्ट्रिक वाहनों की रेंज बहुत कम होती है:
चार्जिंग समय से जुड़े मिथकों का खंडन:
इलेक्ट्रिक वाहनों के रखरखाव से जुड़े भ्रमों का निवारण:
इलेक्ट्रिक वाहनों के बारे में ये मिथक और भ्रांतियां धीरे-धीरे समाप्त हो रही हैं क्योंकि अधिक से अधिक लोग इन वाहनों का उपयोग करने लगे हैं और उनकी वास्तविक क्षमताओं और फायदों को समझ रहे हैं। सही जानकारी और समझदारी से, हम इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति अपने दृष्टिकोण को सकारात्मक रूप से बदल सकते हैं और एक पर्यावरण के अनुकूल और सस्टेनेबल भविष्य की ओर बढ़ सकते हैं।
इलेक्ट्रिक वाहन से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
इलेक्ट्रिक वाहन सब्सिडी प्राप्त करने के लिए पात्रता क्या है?
भारत में इलेक्ट्रिक वाहन का भविष्य क्या है?
इलेक्ट्रिक वाहन के पर्यावरणीय प्रभाव?
निष्कर्ष
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