भारत देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में पवित्र सरयू नदी के तट पर बसी धार्मिक नगरी अयोध्या है प्रथ्वी पर सबसे पहले इन्सान महाराज मनु ने इस नगर की स्थापना की थी यह नगरी राम मंदिर जन्म भूमि के लिए दुनिया में जानी जाती है इस पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन के बाद से कैसे लोग अयोध्या जा रहे हैं राम मंदिर के बारे में रोचक जानकारी अयोध्या हिन्दुओं को उतनी ही पवित्र है जितनी की मुसलमानों को मक्का मदीना और ईसाईयों को येरुसलेम Ayodhya Ram Mandir Ka Itihas पुराना है और हिन्दू धर्म से गहरा नाता है इस नगरी को वर्षो प्रताड़ित किया गया अब इसी Ayodhya में हिन्दुओं का वर्षों पुराना सपना साकार हुआ जो इस पोस्ट में आप विस्तार से जानेंगे,
Ayodhya Ram Mandir Ka Nirman
Ram Mandir का निर्माण एक लम्बी नाटकीय प्रक्रिया से शुरू हुआ इसका डिजाइन गुजरात के एक सोमपुरा परिवार ने तैयार किया यहाँ 3 मंजिला मंदिर निर्माण हुआ यह मंदिर लाल बलुआ पत्थर से बना है ,मंदिर में कंप्यूटर नियंत्रित तकनीक से काम किया गया है यह भारत का सबसे विशाल और दिव्य मंदिर है।
Ayodhya Ram Mandir Ka Udghatan Kab Hua
अयोध्या
राम मंदिर का उद्हघाटन लाखो रामभक्तो और संतो के सानिध्य में 22 जनवरी 2024 को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राम मंदिर का उदघाटन किया गया उद्घाटन के बाद से इस मंदिर में रोज लाखो लोग देश के कोने कोने से आकर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम मन्दिर के दर्शन कर रहे हैं।
Ayodhya Ram Mandir Kaha Hai
अयोध्या राम मंदिर भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी लखनऊ से 130 किलोमीटर दूर अयोध्या जिले में सरयू नदी के नजदीक मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का भव्य मंदिर हैं यही भगवान् श्री राम की जन्मभूमि है देश दुनिया से राम भक्त इस मंदिर के दर्शन के लिए हर दिन आते हैं।
अयोध्या राम मंदिर रोचक तथ्य
- अयोध्या राम मंदिर की दीवारों पर अद्भुत अदितीय नक्कासी की गयी है दीवारों पर बनी मूर्तियों की छवि प्रत्येक मूर्ति का नक्शा अलग है।
- हिन्दू धर्म ग्रंथो में वर्णित 3600 मूर्तियाँ इस मंदिर में लगायी गयी हैं।
- गर्भगृह में सोने से जड़ा दरवाजा है जहाँ रामलला की मूर्ति स्थापित की गयी है।
- यह मंदिर नागर शैली में बनाया गया है।
- कुल भूमि का क्षेत्रफल 70 एकड़ है जिसमे 2.7 एकड़ में Ram Mandir बनाया गया है।
- इस मंदिर की मजबूती इतनी की भूकम्प आने पर भी इस पर असर नही होगा।
- मंदिर के दरवाजों के लिए सागौन की लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है। यह लकड़ी कई वर्षो तक खराब नहीं होती है।
- राममंदिर भूमि पूजन में चांदी की ईंटो का इस्तेमाल किया गया है।
- प्राप्त दावों के अनुसार 1000 साल तक किसी भी प्राकृतिक आपदा का असर इस मंदिर पर नही होगा।
- राम मंदिर को दान में 21 कुंटल का विशाल घंटा मिला है जो 6 फुट लम्बा और 5 फुट चौड़ा है।
- इसी तरह दान में 4 कुंटल का ताला मिला है यह दुनिया का सबसे बड़ा ताला है।
- इस मंदिर में लोहे और सीमेंट का प्रयोग नही किया गया बल्कि इसकी जगह लकड़ी और सफ़ेद सीमेट तथा पत्थर का प्रयोग किया गया है।
- राम मंदिर को बनाने में छोटे छोटे दान में मिली राशि का इस्तेमाल किया गया है।
- राम मन्दिर को बनाने में करीब 2000 करोड़ रूपये लगे हैं।
- राम मंदिर को बनाने में राजस्थान के बंशी पहाडपुर से गुलाबी लाल पत्थर लाये गए जिनका प्रयोग इस मंदिर को बनाने में किया गया इन पत्थरों की उम्र करीब 1000 साल से अधिक है।
- राम मंदिर में कुछ ऐसी ईंटो का इस्तेमाल किया गया जिन पर राम राम लिखा है ये ईंटे वर्षों से राम भक्त देश के कोने कोने से लाकर अयोध्या में रखते थे इस आशा से कि राम मंदिर बनायेंगे हालाँकि उनके समय पर मंदिर बन नही पाया परन्तु जब बाद में बना तब उनकी कुछ ईंटो का इस्तेमाल गया है।
Ayodhya Mein Ram Mandir Kahan Per Hai
सबसे प्रमुख राम मंदिर भारत देश के राज्य उत्तर प्रदेश जिला अयोध्या (फैजाबाद) में सरयू नदी के पूर्वी तट पर प्रभु श्री राम का मन्दिर बना है यह पर्यटन व धार्मिक द्रष्टि से महत्वपूर्ण है यहाँ देश विदेश से बड़ी संख्या में साधू संत व राम भक्त रोज दर्शन करने आते हैं प्राचीन नदी सरयू यहीं पर है जिसका उल्लेख धर्म ग्रंथो व रामायण में किया गया है इसी पावन नदी के पास यह मंदिर बना है।
Ayodhya Ram Mandir Ka Rahasya
- अयोध्या में हनुमान गढ़ी सबसे ऊँची जगह पर बनी है ऐसा माना जाता था राम के दूत हनुमान थे जो राम के सच्चे सेवक थे हनुमान जी अयोध्या की रखवाली इसी टीले पर बैठकर करते थे जिससे सम्पूर्ण अयोध्या को देखा जा सके इसीलिए हनुमान गढ़ी सबसे ऊँचाई पर बनी है लोग आज भी राम मंदिर दर्शन करने से पहले हनुमान गढ़ी में जाकर हनुमान जी के दर्शन करते हैं और हनुमान जी से Permission लेने के बाद ही राम मंदिर के दर्शन करते हैं।
- अयोध्या में बने कनक भवन के बारे में मान्यता है की राम सीता से विवाह कर जब अयोध्या आये तब सीता को यह सोने का भवन कैकेई ने मुह दिखाई में दिया था।
- भगवान श्री राम का जन्म सूर्यवंश में हुआ था इसलिए आज के नये मंदिर में भी ऐसी ही व्यवस्था की गयी कि जिससे सीधे सूर्य की किरणें मंदिर के अन्दर रामलला तक आ सकें वर्ष में एक बार राम नवमी के दिन सूर्य की किरने सीधे मंदिर में प्रवेश करती हैं।
- राममंदिर के बारे में यह भी कहा जाता है कि राम मंदिर की पताका में इतनी चमक थी वह दूर दूर से दिखती थी जिसे देखकर बाबर को जलन हुई और उसने मंदिर को तोड़कर मस्जिद को बनवा दिया था। जिसके लिए हिन्दू लोगों को लम्बी लडाई लड़ने पडी उसके बाद फिर से इस मंदिर को बनवाया गया।
Ayodhya Ram Mandir Ka Itihas - राम मंदिर अयोध्या हिस्ट्री
त्रेता युग में भगवान विष्णु ने अपना सातवाँ अवतार (God) देवता भगवान राम के रूप में अयोध्या में जन्म लिया था राम ने प्रथ्वी पर हो रहे अत्याचार को समाप्त कर धर्म की स्थपना की जिससे लोग उन्हें पूजने लगे और यहाँ पर
राम मंदिर बना दिया युग बीते और भारत देश पर मुगलों ने अपना कब्ज़ा कर लिया तथा 1528 में मुगल शासक बाबर ने उसी मंदिर को तोड़कर वहीं दफ़न कर दिया और उसी जगह पर मुगलों ने अपनी मस्जिद बना ली जिससे हिन्दू और मुसलमानों में वर्षों झगडा हुआ जिसे 2019 में भारतीय न्याय पालिका ने सुलझाकर मंदिर निर्माण के लिए मंजूरी दे दी वर्ष 2024 में यह मंदिर बनकर तैयार हो गया और तब से राम भक्त इस मंदिर के दर्शन के लिए आते जाते हैं।
Ayodhya Ram Mandir Ka Faisla Kab Aaya Tha
अयोध्या राममन्दिर का फैसला 9 नवम्बर 2019 को आया था यह यह फैसला भूमि से प्राप्त सबूतों के आधार पर उच्चतम न्यायालय ने सर्वसम्मति से रामलला की जमीन उन्हें सौंप दी इसके साथ ही आस्था और विश्वास की विजय हुई 5 फरवरी 2020 को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास का गठन हुआ और इस मंदिर का निर्माण शुरू हुआ।
Ayodhya Ram Mandir Ka Bhumi Pujan Kab Hua Tha
5 अगस्त 2020 को सदियों पुराने सपने को पूज्य संतो की उपस्थिति में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भूमि पूजन हुआ और यहाँ पर भव्य और दिव्य Ram Mandir बनना शुरू हुआ जो 2024 में बनकर तैयार हुआ था।
राम मंदिर से जुडी अन्य जानकारी
आर्टिकल का नाम |
Ayodhya Ram Mandir |
कैटेगरी |
DEVOTIONAL |
Ram Mandir Kahan Per Hai |
अयोध्या उत्तर प्रदेश |
राम मंदिर का फैसला कब हुआ |
9 नवम्बर 2019 को |
राम मंदिर का उदघाटन कब हुआ |
22 जनवरी 2024 को |
राममंदिर कैसा है |
यह जानने के लिए पोस्ट को पढ़े |
राम मंदिर किसने बनवाया |
वर्तमान मंदिर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने |
राम मंदिर दर्शन कब से शुरू हुए |
22 जनवरी 2024 से |
राम मंदिर की लम्बाई कितनी है |
360 फीट |
राम मंदिर बनाने में कितने रूपये लगे |
करीब 2000 करोड़ रूपये |
Ayodhya Ram Mandir Kaise Jaye - Ayodhya Ram Mandir Tour
अयोध्या में राम मंदिर देखने को श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है और यह वर्षों से इंतजार कर रहे थे Ayodhya Ram Mandir को देखने के लिए रेल, मार्ग हवाई मार्ग व बस से जा सकते रेलवे विभाग जनवरी महीने से अयोध्या लिए स्पेशल 1000 ट्रेने देश के अलग अलग हिस्सों से अयोध्या को चला रहा है इनमे दिल्ली मुम्बई बेंगलुरु कोलकाता चेन्नई जैसे शहरो से ट्रेने चलायी जा रही हैं हवाई यात्रा से अयोध्या जाने के लिए अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बना है।
राम मंदिर और अयोध्या की अर्थव्यवस्था: एक नई दिशा
राम मंदिर केवल आस्था का केंद्र नहीं है, बल्कि यह अयोध्या की अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा दे रहा है। मंदिर निर्माण के परिणामस्वरूप, लगभग 1,000 लोगों को रोजगार मिला है, जो सीधे तौर पर आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि कर रहा है। अयोध्या की जीडीपी में 2% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो इस क्षेत्र के विकास का संकेत है।
मंदिर के आसपास छोटे-छोटे व्यवसाय flourishing कर रहे हैं, जिससे स्थानीय दुकानदारों की आय में चार गुना तक का इजाफा हुआ है। नए बाजारों और प्रतिष्ठित ब्रांड्स के खुलने से यह क्षेत्र न केवल धार्मिक बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बन रहा है। इस प्रकार, राम मंदिर अयोध्या की आर्थिकी को सशक्त करने के साथ-साथ यहां के लोगों के जीवन स्तर को भी ऊंचा उठा रहा है।
FAQs.
Q. Ayodhya Ram Mandir Ka Tala Kitne Kilo Ka Hai?
Ans. अयोध्या में राम मंदिर का ताला 400 किलो का Hai
Q. Ayodhya Ram Mandir Jane Ka Rasta?
Ans. अयोध्या राम मंदिर जाने के लिए सबसे पहले आपको उत्तर प्रदेश जाना होगा उत्तर प्रदेश के बड़े शहरों से सीधे आप अयोध्या पहुँच सकते उत्तर प्रदेश में गोरखपुर से अयोध्या की दूरी 118 किलोमीटर है लखनऊ से 130 किलोमीटर वाराणसी से 200 किलोमीटर प्रयागराज से 140 और नई दिल्ली से यदि आप अयोध्या आयेंगे तो 636 किलोमीटर दूरी पड़ेगी।
Q. Ram Mandir Ayodhya Website?
Ans. राम मंदिर की वेबसाइट https://srjbtkshetra.org/ है इससे राममंदिर को दान कर सकते व राम मंदिर से जुडी जानकारी ले सकते हैं श्रद्धालु किसी भी वेबसाइट पर विजिट करने से पहले उसकी जांच कर लें।
Q. Ayodhya Ram Mandir Live?
Ans. अयोध्या राममन्दिर का अभी लाइव ब्राडकास्टिंग नही हो रही मन्दिर से जुडी जानकारी के लिए आप
https://srjbtkshetra.org/ विजिट कर सकते हैं। Q. राम मंदिर का उद्घाटन किसने किया?
Ans. राममंदिर का उद्घाटन साधू संतो व रामभक्तो की उपस्थिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।
Q. राम मंदिर का पूजन कब हुआ?
Ans. राम मंदिर का भूमि पूजन 5 अगस्त 2020 को दोपहर 12 बजे प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया था।
Q. अयोध्या राम मंदिर की ऊंचाई कितनी है?
Ans. राममंदिर वेबसाइट के मुताबिक राममंदिर का कुल क्षेत्रफल 2.7 एकड़ जिसमे 57,400 वर्ग फुट में मंदिर का निर्माण हुआ मंदिर की कुल लम्बाई 360 फीट और चौडाई 235 फीट शिखर सहित मंदिर की ऊंचाई 161 फीट मंदिर 3 मंजिला जिसमे प्रत्येक मंजिल की ऊँचाई 20 फीट मंदिर के प्रथम तल पर 160 खम्भे जिन पर यह मंदिर खड़ा है दूसरी मंजिल पर 132 खम्भे इसी तरह तीसरी मंजिल 74 खम्बो से बनी राममंदिर में 5 मंडप 5 चबूतरे हैं व 12 दरवाजे हैं।
Q. राम मंदिर का फैसला कब हुआ?
Ans. उच्चतम न्यायालय द्वारा राममंदिर का फैसला 9 नवम्बर 2019 को सर्वसम्मति से हुआ।
Q.Ayodhya Ram Mandir Opening Date in Hindi?
Ans. राममंदिर की Opning Date 22 जनवरी 2024 थी। Ayodhya Ram Mandir Nearest Railway Station
Ans. अयोध्या राममंदिर जाने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन अयोध्या जंक्शन है इसके बाद दूसरा रेलवे स्टेशन फैजाबाद है।
निष्कर्ष
राम मंदिर निर्माण से हिन्दू समुदाय में एक नई आशा का संचार हुआ है यह मंदिर भारत वासियों के लिए एकता और अखंडता का प्रतीक है। इसके साथ ही असत्य पर सत्य की जीत है इस पोस्ट में मैंने आपको Ayodhya Ram Mandir के निर्माण से लेकर Udghatan तक की कुछ थोड़ी सी जानकारी देने की कोशिश की है यह जानकारी प्रिंट मीडिया डिजिटल मीडिया व अन्य स्रोतों से ली गयी है यदि इस पोस्ट में दी गयी जानकारी में मुझसे कोई गलती हुई हो तो क्षमा करें।
🙏 जय श्री राम 🙏